सूर्योदय से पहले सरगी  का सेवन अवश्य करें

मंगलसूत्र के अलावा अन्य किसी काला वस्तु का प्रयोग ना करें

 आवश्यक सामग्री : चंदन शहद  अगरबत्ती पुष्प कच्चा धागा दूध शक्कर शुद्ध घी दही मिठाई गंगाजल अक्षत 16 श्रृंगार मिट्टी का टोटीदार करवा कपूर  रुई फल आदि।

 इस व्रत में भगवान शंकर माता पार्वती कार्तिकेय एवं गणेश भगवान की आराधना अवश्य करें

 पूजा के दौरान चलने से चंद्रमा के देखने के बाद पति को अवश्य देखें

 पूजा करने के बाद पति-पत्नी को पानी पिलाकर व्रत को अवश्य तोड़े

 सुविधा अनुसार हलवा पुरी एवं अन्य सामग्री का भोग लगाए।

 उपरोक्त कार्य पूर्ण होने के बाद रात्रि में पति-पत्नी शारीरिक संबंध अवश्य बनाएं इससे जीवन सुख में होगा